भाजपा की मानसिकता लोगों की मदद नहीं उन्हें मजबूर बनाने की है - चौधरी वीरेंद्र सिंह 

भाजपा की मानसिकता लोगों की मदद नहीं उन्हें मजबूर बनाने की है - चौधरी वीरेंद्र सिंह 



मुरादनगर। प्रदेश कांग्रेस सदस्य चौo विरेन्द्र सिंह ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया है कि संकट के समय में प्रवासी मजदूरों की मदद करने के बजाय ओछी व सस्ती राजनीति करने में व्यस्त है उo प्रo सरकार। उन्होने सवाल उठाया कि क्या कांग्रेस ने योगी सरकार से उनके द्वारा चलाई जा रही बसों की गिनती व नम्बर मांगे थे या कोई आरोप मढ़ा था परन्तु इन्हे कांग्रेस महासचिव व उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियांका गांधी की सहायता की। पेशकश इतनी अपच हो गई कि ऐसे समय में सहायता पर नहीं भविष्य की राजनीति में नफे-नुक़सान के आंकलन पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है।


उन्होंने तथाकथित गोदी मीडिया को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि विगत 40 दिनों से सरकार के तलवे चाटने और सरकार को डिफेण्ड करने में व्यस्त था और एक बार भी सरकार से ये सवाल पूछते हुए नहीं बना कि वो मजदूरों के लिए बस व रेल आदि का इन्तज़ाम क्यों नहीं कर रही है? परन्तु जैसे ही प्रियंका गांधी ने मजदूरों के लिए 1000 बसों की सहायता की पेशकश की। वैसे ही योगी कैबिनेट और गोदी मीडिया को खतरनाक अपच हो गई और दोनों ही पहले तो इसे कुटिल राजनीति साबित करने में व्यस्त हो गये। फिर जब बात बिगड़ती देखी तो बसें चलाने की इजाज़त देने के लिए बसों की सूची तलब कर ली और सूची प्रस्तुत करने पर उसमें ये खोजने लगे कि इसमें कितने नंम्बर कार, एम्बुलेंस या अन्य वाहनों के हैं और एक सूची मीडिया को प्रचारित करने के लिए थमाई गई कि ये 1000 बसों की सूची में कुछ वाहन के नंo बस के नहीं हैं और फिर शुरू हुआ गोदी मीडिया और सरकार का घटिया चरित्र प्रदर्शन ।


पहले तो जो लिस्ट भाजपा दिखा रही है वो कांग्रेस के द्वारा गलत बताई जा चुकी है। परन्तु यदि वो सही भी है तो 1000 बसों की सहायता करने के लिए सामने आना गलत और छलावा कैसे हो जाता है। यदि एक हजार में कुछ वाहन तिपहिया, एम्बुलेंस य़ा कार के हैं तो वो गलत कैसे सिद्ध हो गये। क्या कुछ छोटे वाहन और एम्बुलेंस होने से सहायता कमतर हो जाती है?


चौo विरेन्द्र सिंह ने आरोप लगाया कि जो गोदी मीडिया आज तक केन्द्र की मोदी सरकार से ये तक नहीं पूछ पाता है कि सरकार ने मजदूरों को इतने दिनों तक दर-दर की ठोकरें खाने भूखे प्यासे बच्चों महिलाओ बुज़ुर्गों और गर्भवती महिलाओं को भूखे-प्यासे सड़कों पर मरने को क्यों छोड़ दिया। वो आज 1000 बसों में कुछ नम्बर खोज रहा है जिससे सहायता को राजनीति बताया जा सके और सरकार के नाकारापन को दफ्नाया जा सके। कितने गोदी मीडिया ने सरकार से पूछा कि सरकार इतने दिनों तक क्यों सोती रही और यूपी सरकार ने कितनी बसों या ट्रेनों से मजदूरों को फ्री में भेजा है। लेकिन जैसे ही कांग्रेस ने सहायता करने का प्रयास किया ये तुरन्त उसमें छोटी से छोटी ख़ामी खोजने में लग गये। अब घटिया राजनीति कौन कर रहा है ये अंधभक्त और गोदी मीडिया आराम से तय करे।


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