गोपाल अग्रवाल का भाजपा में सक्रिय होना किसी बड़ी तैयारी का कारण लगता है
गोपाल अग्रवाल का भाजपा में सक्रिय होना किसी बड़ी तैयारी का कारण लगता है
मुरादनगर। गोपाल अग्रवाल आखिर किस तैयारी के लिए भाजपा में सक्रिय हो रहे हैं। मुरादनगर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक अजीत पाल त्यागी के लगभग हर कार्यक्रम में गोपाल अग्रवाल की उपस्थिति क्षेत्र में कई चर्चाओं को हवा दे रही है। यदि नगर की बात करें तो कई स्थानों पर लोगों में बात होती है कि शायद गोपाल आने वाले निकाय चुनावों में मुरादनगर से चेयरमैन पद के दावेदार हो सकते हैं। यहां नगर में गोपाल अग्रवाल के परिचय की ज्यादा आवश्यकता नहीं है। एक नेता के रूप में वह खुद स्थापित हैं लेकिन फिर भी जिन लोगों को जानकारी नहीं है। उनको अपने क्षेत्र के राजनीतिज्ञों की बारीकी से जानकारी होनी चाहिए। नगर के पूर्व चेयरमैन दामोदर दास अग्रवाल मुरादनगर क्षेत्र में किसी पहचान के मोहताज नहीं है। एक समय वह था जब मुरादनगर क्षेत्र की राजनीतिक दामोदर दास अग्रवाल के बिना नहीं चलती थी। समय के पहिए बढ़ती आयु के कारण वह सक्रिय राजनीति से लगभग सन्यास ही ले चुके हैं लेकिन यह भी एक कटु सत्य है कि नेता अपनी आयु के अंतिम क्षणों तक अपनी विजय के प्रयास करता है।
दामोदर दास के बड़े भाई राजे लाल के पुत्र हैं। गोपाल अग्रवाल ऐसा नहीं है कि पूर्व चेयरमैन दामोदर दास की राजनीति आगे बढ़ाने के लिए उनके पुत्र नहीं है। उनके अपने पुत्र अभी तक राजनीति से दूर हैं। गोपाल अग्रवाल को राजनीति की राह पर दामोदरदास ने ही चलना सिखाया था। क्षेत्र के पूर्व विधायक कैबिनेट मंत्री राजपाल त्यागी और दामोदर दास के संबंधों के बारे में बताने की आवश्यकता नहीं है। राजपाल त्यागी भी अब सक्रिय राजनीति से दूरी बना रहे हैं लेकिन शारीरिक मानसिक रूप से अब भी क्षेत्र की राजनीति में सक्रिय हैं।
उन्होंने अपने पुत्र अजीत पाल त्यागी को जिला पंचायत अध्यक्ष जैसे सम्मानित पद पर आसीन कराया। अपना विधानसभा क्षेत्र भी बेटे के हवाले कर अजीत पाल को विधानसभा भेज दिया। एक प्रकार से अभी भी सत्ता उन्हीं के हाथ में है। पूर्व चेयरमैन दामोदरदास भी अपना राजनीतिक अस्तित्व गोपाल अग्रवाल को सौंपना चाहते हैं। पहले क्षेत्र में राजपाल त्यागी दामोदर दास साथ दिखलाई देते थे। अब गोपाल और अजीत पाल के बीच भी शायद राजपाल त्यागी दामोदर दास वाली कोई खिचड़ी पक रही है।
वर्तमान में नगर पालिका अध्यक्ष चौधरी विकास तेवतिया हैं। पार्टी में भी अच्छी पकड़ है लेकिन वह भी शायद पालिका अध्यक्ष पद से बंधे नहीं रहना चाहेंगे। अभी तक सार्वजनिक रूप से वर्तमान पालिका अध्यक्ष विधायक के बीच कोई मनमुटाव देखने को नहीं मिला। लेकिन राजनीति की टेढ़ी-मेढ़ी पगडंडी किसको कब कहां किस के सामने खड़ा कर दे कहा नहीं जा सकता। इस बारे में वीर अर्जुन संवाददाता मुकेश सोनी से वार्ता के दौरान गोपाल अग्रवाल ने कहा कि वह पार्टी में पदाधिकारी हैं। पार्टी के कार्यक्रमों में अवश्य पहुंचता हूं। उन्होंने कहा कि मैं किसी उद्देश्य से जनता के बीच नहीं जा रहा और कोई जनादेश मिलेगा तो उसका भी सम्मान करूंगा।
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