नगर पालिका सीमा विस्तार की अधिसूचना जारी

नगर पालिका सीमा विस्तार की अधिसूचना जारी 




मुरादनगर। नगर पालिका परिषद बहुप्रतीक्षित सीमा विस्तार के लिए अधिसूचना जारी हो गई है। सीमा विस्तार में गांव असालत नगर रघुनाथपुर जलालपुर सहविश्वा मोहम्मदपुर देधा सरना तथा अबूपुर से क्षेत्र को जोड़ा गया है। कुछ ग्राम पंचायतें पूरी तरह नगर पालिका क्षेत्र में निहित हो जाएंगी। कुछ गांव आंशिक रूप से नगर पालिका की सीमा में आएंगे।अधिसूचना के बाद 15 दिन तक आपत्तियां व सुझाव मांगे गए हैं। उसके बाद प्रस्तावित क्षेत्रों को विधिवत रूप से पालिका की सीमा में शामिल घोषित कर दिया जाएगा। सीमा विस्तार से उन नव विकसित कालोनियों वासियों को लाभ होगा जिनमें ग्राम पंचायतों का क्षेत्र होने के कारण विकास कार्य नहीं हो सके थे। असालत नगर सरना मोहम्मदपुर देधा रघुनाथपुर जलालपुर सहबिस्वा तथा अबूपुर क्षेत्रों में  प्रॉपर्टी डीलरों ने बड़ी संख्या में नई कालोनियां विकसित की थी। कुछ कालोनियों में प्रॉपर्टी व्यवसायियों ने छोटे-मोटे विकास कार्य कराए थे। कुछ में मूलभूत सुविधाएं भी उपलब्ध कराए बिना कॉलोनी बसा दी गई थी। कालोनियों में प्रॉपर्टी डीलरों द्वारा बनवाई गई सड़कें नालियां टूट गई थी। ग्राम पंचायत क्षेत्र में होने के कारण उनमें मरम्मत तक के कार्य नहीं हो रहे थे। बाकी कालोनियों के लोग भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित थे। इसी को लेकर क्षेत्रवासी विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में पड़ने वाली कॉलोनियों के निवासी क्षेत्र विस्तार कर कालोनियों को पालिका सीमा में शामिल कराने की मांग कर रहे थे क्योंकि ग्राम पंचायतों को मिलने वाला बजट गांव की पुरानी आबादी में ही लग जाता था। उन कालोनियों में ग्राम पंचायतों द्वारा काम नहीं कराए गए। ऐसे में ऐसे कालोनियों के निवासी अपने को न शहर में और न गांव में होने की स्थिति में लावारिस समझते थे। इस विस्तार से लोगों ने प्रसन्नता व्यक्त की है वहीं कुछ लोगों ने आपत्ती दर्ज कराने की बात भी कही है। संबंधित कालोनियों के निवासियों ने बताया कि शायद अब उनकी समस्याओं का निराकरण हो सके।


बबली चौधरी सहबिस्वा की पहली और आखिरी प्रधान होंगी



एक प्रधान कभी पूर्व नहीं होगी। नई ग्राम पंचायत सृजन के बाद वह पहली बार प्रधान बनी और नगर पालिका की सीमा में गांव शामिल हो जाने के कारण वहां दोबारा कभी ग्राम पंचायत के चुनाव नहीं होंगे। पहली और आखरी प्रधान वही होंगी। ग्राम सहविश्वा पिछले ग्राम पंचायत चुनावों से पहले ही स्वतंत्र ग्राम पंचायत बना था। पहले यह गांव रघुनाथपुर जलालपुर क्षेत्र में था। शासन की नई नीतियों को लेकर आबादी के आधार पर सहबिस्वा ग्राम पंचायत घोषित हुआ और यहां से बबली चौधरी पत्नी पूर्व पार्षद ताज चौधरी प्रधान निर्वाचित हुई थीं। वर्तमान में वही प्रधान हैं। पूरा क्षेत्र नगर पालिका में आ जाने के बाद यहां ग्राम पंचायत चुनाव नहीं होंगे। यहां की  पहली और आखरी प्रधान बबली चौधरी ही रहेंगी। इस बारे में ताज चौधरी ने बताया कि वह जनहित के किसी कार्य का विरोध नहीं करेंगे।


सीमांकन को लेकर असमंजस है


कुछ ग्राम प्रधान सीमांकन को बारीकी से समझ आगे आपत्ति दर्ज कराने की बात भी कह रहे हैं। उनका कहना है कि ग्राम पंचायतों के चुनाव कराए जाने की तैयारी चल रही है। जबकि नगर पालिकाओं के चुनावों में अभी काफी समय है ऐसा न हो कि उनके मतदाता ग्रामीण कार्यों की सूची से बाहर चले जाएं और चुनाव से पहले नगर पालिका ने वहां विकास कार्य न कराएं। सूची में दर्शाए गए भूमि के रकबो को लेकर भी कुछ लोगों में अभी भ्रम की स्थिति में है। सरना असालत नगर की भूमि के कुछ नंबर प्रकाशित नहीं है जिसको लेकर भी भ्रम की स्थिति है। ग्राम प्रधान भी कितना क्षेत्र नगर पालिका में शामिल हुआ है उसके बारे में पुष्ट जानकारी करने में लगे हुए है। वार्ता के दौरान कई प्रधानों ने कहा कि वह स्थिति को समझने का प्रयास कर रहे हैं।

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