गंग नहर में डूब रहे लोगों की ज़िम्मेदार कहीं पुलिस तो नहीं

गंग नहर में डूब रहे लोगों की ज़िम्मेदार कहीं पुलिस तो नहीं



मुरादनगर। लोग गंग नहर में डूब कर अकाल काल के गाल में समा रहे हैं और  गंग नहर पर ऐसे हादसों को रोकने के लिए स्थापित पुलिस चौकी के बावजूद लोग गंग नहर में डूब रहे हैं। यहां लोगों के ज्यादा डूबने की घटनाओं के कारण पुलिस प्रशासन के उच्चाधिकारियों ने यहां नहाने पर रोक लगाई हुई है। कोरोना को लेकर भी गंग नहर में जाना वर्जित किया हुआ है। उसके बावजूद लोग गंग नहर में नहाने के लिए पहुंच जाते हैं। स्थानीय पुलिस गंग नहर में नहाने के लिए उतरने वालों को रोकने में नाकाम है।
दो किशोर राजन 15 वर्ष नंद ग्राम गाजियाबाद आकाश 16 वर्ष जागृति विहार गुलधर, डूब गए जिनकी तलाश की जा रही है। 1 सप्ताह में कई लोग गंग नहर में समा गए। दावा यह भी किया जा रहा है कि कई लोगों को यहां रहने वाले गोताखोरों ने बचाया भी है अन्यथा संख्या और ज्यादा होती। गंग नहर में लोगों को जाने से रोकने के लिए यदि एक पुलिसकर्मी भी वहां निगाह रखे। लोगों को रोके तो ऐसे हादसे रुक सकते हैं लेकिन यहां पूरी पुलिस चौकी होने के बावजूद लोग बे रोकटोक वर्जित घाटों तक पहुंच गंग नहर में डूब रहे हैं और पुलिसकर्मी तब वहां पहुंचते हैं जब कोई डूब चुका होता है। हादसे के बाद बताया जाता है कि पुलिसकर्मियों ने डूबने वालों को बचाने का प्रयास किया लेकिन क्या वही पुलिस वाले लोगों को गंग नहर पर जाने से पहले नहीं रोक सकते। इस बारे में गंग नहर चौकी प्रभारी से संपर्क करने का प्रयास किया लेकिन संपर्क नहीं हो सका।

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