अस्पताल से नवजात बच्चे का हुआ अपहरण, परीजनों ने हाईवे जाम कर किया हंगामा

अस्पताल से नवजात बच्चे का हुआ अपहरण, परीजनों ने हाईवे जाम कर किया हंगामा





मुरादनगर। मेरठ दिल्ली हाईवे स्थित सामुदायिक स्वास्थ केंद्र से 4 दिन के बच्चे का अपहरण हो गया। जानकारी मिलते ही परिजन व गांव ग्रामीण ट्रेक्टर ट्रॉली लेकर बड़ी संख्या में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंच गए। उन्होंने बच्चे को तुरंत बरामद किए जाने की मांग करते हुए हंगामा शुरु कर दिया। कुछ देर में हाईवे पर भी जाम लगा दिया गया। सूचना मिलने पर पुलिस प्रशासन के उच्चाधिकारी मौके पर पहुंच गए। बच्चे को शीघ्र बरामद किए जाने के आश्वासन के बावजूद लोगों का आक्रोश शांत नहीं हुआ। 
गांव सुराना निवासी संदीप कुमार की पत्नी मीनू को 25 अगस्त को प्रसव पीड़ा होने पर अस्पताल में भर्ती कराया। जहां बड़े ऑपरेशन के बाद उसको पुत्र पैदा हुआ वहीं उसी परिवार की एक महिला को और भर्ती कराया गया। प्रसव के बाद वह भी अस्पताल में ही भर्ती है। रात्रि में बच्चे के एक और उसकी मां दूसरी तरफ दादी सोई हुई थी। सुबह 3 बजे उन्होंने देखा उस समय तक बच्चा वहीं मौजूद था। 4 बजे के करीब बच्चा बेड से गायब था। किसी ने वार्ड में से बच्चा चोरी कर लिया। वहां पहुंचे क्षेत्र पंचायत सदस्य विकास यादव ने अस्पताल स्टॉफ सहित कई लोगों पर बच्चे को गायब करने के आरोप लगाए हैं। रोड जाम किए बैठे ग्रामीणों जिनमें महिला पुरुष शामिल थे, उन्होंने कहा है कि बच्चा मिलने से पहले हम यहां से नहीं हटेंगे। उन्होंने इस बात पर भी आक्रोश किया कि इतना बड़ा मामला होने के बावजूद भी स्वास्थ विभाग के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को समझने का भी प्रयास नहीं किया। अस्पताल सुपरिंटेंडेंट ढूंढे से नहीं मिले। इस बारे में आसपास रहने वाले लोगों ने बताया कि अस्पताल में संदिग्ध लोगों का आना जाना लगा रहता है। बिना किसी अनुमति के अस्पताल में बने आवासीय परिसर में कैंटीन चलाई जा रही है। अस्पताल में होते हुए भी बीड़ी सिगरेट व तंबाकू उत्पाद भी वहां खुलेआम बिकते हैं। वहां भी ग्राहक आते रहते हैं। अस्पताल में सुरक्षा के कोई ठोस प्रबंध नहीं है। मुख्य द्वार पर एक चौकीदार तैनात रहता है लेकिन गेट पर नहीं रहता जिससे कोई भी अस्पताल में पहुंच जाता है। मुरादनगर छेत्र में शायद यह पहली बच्चा चोरी की घटना है।


डॉक्टरों सहित 11 के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज, कई हिरासत में



बच्चे के अपहरण के मामले में अस्पताल के डॉक्टरों, कर्मचारियों साहित 7 को नामजद करते हुए तथा  चार अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है। सुराना निवासी बच्चे के पिता संदीप ने रिपोर्ट दर्ज कराई है कि उसकी पत्नी मीनू को उसने 25 तारीख को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया था जिसको लड़का पैदा हुआ था। सुबह 4 बजे के आसपास उसकी पत्नी ने देखा कि उसका नवजात बच्चा बिस्तर पर नहीं है। इधर-उधर जानकारी करने पर कुछ पता नहीं चला। अस्पताल के कर्मचारियों से जब इस बारे में पूछा तो उन्होंने भी जानकारी होने से इंकार कर दिया। डॉक्टर दिनेश सुमंत डॉ. अनुज, मनोज कुमार पांडे, सचिन कुमार, सरिता चोपड़ा, संतोष शर्मा, रोहतास सभी स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी हैं और चार अज्ञात के नाम रिपोर्ट दर्ज कराई। संदीप ने बताया कि जनरल वार्ड में पत्नी व बच्चे को शिफ्ट करने के बाद उसने अस्पताल कर्मचारियों से कुछ संदिग्धों के बारे में बताया था कि उनकी गतिविधि ठीक नहीं लग रही है। परंतु अस्पताल कर्मचारियों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। 2 कर्मचारियों रोहतास, संतोष के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करते हुए निलंबित कर दिया गया है। इस बारे मे विभागीय अधिकारियों से संपर्क करना चाहा लेकिन संपर्क नहीं हो सका। मौके पर पहुंचे क्षेत्रीय भाजपा विधायक अजीत पाल त्यागी ने तुरंत बच्चे की बरामदगी कर लापरवाह कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कराए जाने तथा पुलिस अधीक्षक ग्रामीण डॉ. ईरज राजा द्वारा 24 घंटे में बच्चे को बरामद करने का आश्वासन देकर जाम खुलवाया। लगभग 7 घंटे हाईवे पर वाहनों की रफ्तार रुकी रही। पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ने बताया कि अस्पताल के सीसीटीवी कैमरे से उस समय रिकॉर्डिंग नहीं मिल सकी। पुलिस ने डीवीआर आदि कब्जे में लेते हुए कई लोगों को हिरासत में लिया है।

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