मवाना पुलिस का एक और नया कारनामा आया सामने

मवाना पुलिस का एक और नया कारनामा आया सामने



मेरठ। मवाना क्षेत्र के गाँव कोल का एक मामला सामने आया है जिसमें पुलिस ने पीड़ित परिवार को ही आरोपी बनाकर जेल भेजा। दिनांक 19.01.2020को गाँव के ही रहने वाले ब्रजपाल नामक व्यक्ति ने कक्षा 11 की छात्रा के साथ बलात्कार किया। जब पीड़ित परिवार अपनी तहरीर करने थाना मवाना पहुँचा तो परिवार की थाना मवाना ने एफआईआर तक दर्ज नहीं की। जब यह जानकारी आसपास के गाँव के जिम्मेदार व्यक्तियों को मालूम चला तो उनकी बड़ी सिफारिश करने के बाद थाना मवाना ने दिनांक 25.01.2020 को पीड़ित परिवार की रिपोर्ट दर्ज की। लेकिन 17 दिन बीत जाने के बाद भी पीड़ित छात्रा को न्याय नहीं मिला। दिनांक 12.02.2020 को उसने अपनी जीवनलीला आत्महत्या करकर समाप्त कर ली। 



पीड़ित परिवार 


बताया जा रहा है कि उस छात्रा ने चार से पांच लाईन का एक सुसाइट नोट भी लिखा था। जिसमें लिखा था कि "मेरी जिंदगी ब्रजपाल ने खराब की है।" पीड़ित परिवार ने थानाध्यक्ष मवाना राजेंद्र त्यागी पर आरोप लगाते हुए कहा कि राजेंद्र त्यागी ने छात्रा के उस पत्र को कहीं गुम कर दिया और अपना कारनामा छुपाने के लिए एक ऑडियो क्लिप को आधार बनाते हुए पीड़ित परिवार के खिलाफ षड्यंत्र रचा और षड्यंत्र के चलते राजेंद्र त्यागी ने छात्रा के ही पिता और ताऊ को छात्रा की हत्या का झूठा आरोपी बनाते हुए उन्हें जेल भेज दिया। इस हत्याकांड की सच्चाई जानने के लिए पत्रकारों की टीम थाना मवाना क्षेत्र के गाँव कोल पहुंची तो गाँव वालों से जानकारी प्राप्त की तो पता चला कि जिस दिन छात्रा ने आत्महत्या की उस दिन घर पर कोई नहीं था। गाँव वालों ने बताया कि पुलिस ने पीड़ित परिवार को ही आरोपी बनाकर फर्जी जेल भेज दिया है। 


ऐसा ही एक मामला कुछ ही दिन पहले मवाना के अंतर्गत गाँव निलोहा का भी सामने आया था। दिनांक 5.05.2020 की मध्य रात्रि को किसान कृष्णपाल की हत्या कर दी थी। जिसमें किसान कृष्णपाल की हत्या का आरोपी पप्पू सैनी को बनाकर राजेन्द्र त्यागी ने जेल भेज दिया था। किसान कृष्णपाल की हत्या पत्नी ने अपने अवैध संबंध छुपाने के लिए सुपारी देकर कराई थी। हद तो तब हो गई जब जनपद मेरठ के भिन्न भिन्न थानों क्षेत्रों में हुए हत्या व निलोहा गाँव व कोल गाँव में हुई हत्याओं की रीपोटिंग कर रहे पत्रकार को झूठे मुकदमे फ़साने की धमकी भी दे डाली। जिससे पत्रकार जनता के सामने sho राजेंद्र त्यागी की सच्चाई उजागर ना कर सके। अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए पुलिस ने ये सब षडयंत्र रचा है। आखिर पुलिस कब तक ऐसी चालें चलती रहेगी और कब पीड़ितों को न्याय मिलेगा। 


 


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