शमा पब्लिक स्कूल अच्छी एजुकेशन और परिवेश के चलते पढ़ाने का कर रहा कार्य
शमा पब्लिक स्कूल अच्छी एजुकेशन और परिवेश के चलते पढ़ाने का कर रहा कार्य गाज़ियाबाद। नहाल गांव में उस समय एक अजिबो-गरीब मामला देखने को मिला, जब एक आठवीं के स्कूल में सभी टीचर हायर एजुकेटेड के थे ! यानी कि ग्रामीण परिवेश में स्कूल के अध्यापक हायर एजुकेशन होने के साथ-साथ बच्चों को पढ़ाने और शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के उद्देश्य से तमाम तरह के कार्य कर रहे थे। लिहाजा, जब उनसे बात-चीत की गई तो उन्होंने कहा कि सन 1997 से स्थापित यह स्कूल बच्चों को उच्च शिक्षा और अच्छी एजुकेशन और परिवेश के चलते पढ़ाने का कार्य कर रहा हैं। इस स्कूल से करीब 300 से अधिक बच्चे सरकारी और गैर सरकारी नौकरी में कार्य कर रहे हैं। जब इस मामले में स्कूल के प्रधानाध्यापक मास्टर इस्तेकार अली से इस प्रकार से बात की गई तो उन्होंने साफ तौर पर कहा कि 1997 से स्थापित शमा पब्लिक स्कूल में उच्च शिक्षा को लेकर बच्चों में जागरूकता के उद्देश्य से हायर एजुकेशन टीचरों को रखा गया। जिससे कि ग्रामीण परिवेश में बच्चे उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकें ! इसी का परिणाम हैं कि स्कूल प्रशासन ने एक गेट टुगेदर मीटिंग का आयोजन किया गया, जिसमें पूर्व म